लेखक:
रीतारानी पालीवाल
जन्म : 3 सितम्बर 1949, खैरगढ़, मैनपुरी, उ.प्र.। शिक्षा : एम.ए. (हिन्दी, अंग्रेजी) नाटक और रंगमंच पर हिन्दी में पीएच.डी., डी.लिट.। विशेष अध्ययन चिन्तन के क्षेत्र-रंगमंच, हिन्दी भाषा और साहित्य, तुलनात्मक साहित्य, अनुवाद। जापानी थिएटर (काबुकी, नोह, बुनाराकु) का विशेष अध्ययन। जापानी नाटक और रंगमंच, साहित्य और संस्कृति पर हिन्दी में लेखन, जापानी साहित्य से हिन्दी में अनुवाद। सम्प्रति : इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग (मानविकी विद्यापीठ) में प्रोफेसर। प्रकाशित पुस्तकें : यूनानी और रोमी काव्यशास्त्र, रंगमंच : नया परिदृश्य, रंगमंच और जयशंकर प्रसाद के नाटक; अनुवाद प्रक्रिया, अनुवाद की सामाजिक भूमिका, अज्ञेय के सृजन में जापान, आहट (काव्य), अनुवाद प्रक्रिया और परिदृश्य, प्रेमचन्द के उपन्यास 'कर्मभूमि’ का अंग्रेजी में अनुवाद, जापान की 'मन्योशु' कविताएँ। पुरस्कार : काव्य लेखन के लिए ‘साहित्य कला परिषद’ दिल्ली द्वारा पुरस्कृत। अनुवाद के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भारतीय अनुवाद परिषद का 'नातालि पुरस्कार'। |
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अनुवाद प्रक्रिया एवं परिदृश्यरीतारानी पालीवाल
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जापान के विविध रंग-रागरीतारानी पालीवाल
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